उत्तराखंड बोर्ड की हाई स्कूल और इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का 15 दिन तक चलने वाला मूल्यांकन शुरू

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लोहाघाट (चंपावत)/पिथौरागढ़। पंडित बेनीराम पुनेठा राजकीय इंटर कॉलेज लोहाघाट में उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शुरू हो गया है। 15 दिनों तक चलने वाले मूल्यांकन के दौरान हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 39,065 कॉपियां जांची जाएंगी।

मुख्य शिक्षाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में मूल्यांकन कार्य का शुभारंभ किया गया। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने सभी परीक्षकों को त्रुटिरहित पारदर्शी और ईमानदारी से मूल्यांकन कार्य करने की बात कही। उप नियंत्रक प्रधानाचार्य श्याम दत्त चौबे ने बताया कि मूल्यांकन कार्य 27 मार्च से लेकर 10 अप्रैल तक चलेगा। इसमें हाईस्कूल की 36,065 और इंटर की 3000 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा।

पहले दिन दिन परीक्षकों, अंकेक्षकों एवं उप प्रधान परीक्षकों को मूल्यांकन पूर्व प्रशिक्षण दिया गया। उप नियंत्रक चौबे ने बताया कि बताया है कि मूल्यांकन केंद्र में विभिन्न जनपदों से आए हुए 112 परीक्षक और 20 अंकेक्षक और 10 उप प्रधान परीक्षक तैनात किए गए हैं। बताया कि मूल्यांकन केंद्र में पुलिस अभिरक्षा में दो स्ट्रांग रूम में उत्तर पुस्तिकाएं रखने की व्यवस्था की गई है।

मूल्यांकन कार्य के दौरान विद्यालय में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित रहेगा। परीक्षकों आदि के मोबाइल लाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। वहां डायट के नवागंतुक प्राचार्य हरक राम कोहली, पर्यवेक्षक राजेंद्र राम टम्टा, मास्टर ट्रेनर नवीन चंद्र, सह उप नियंत्रक विक्रमाजीत सिंह चौहान, नवीन चंद्र उप्रेती, स्ट्रांग रूम प्रभारी बीके सिंह, राजेंद्र गिरि, कैलाश चंद्र, दीपक भट्ट, हरिहर चंद्र, हेम चंद्र पांडेय, विनोद पांडेय आदि मौजूद रहे।

इधर पिथौरागढ़ में भी बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन शुरू हो गया है। मूल्यांकन कार्य शुरू होने से पूर्व मास्टर ट्रेनर मुकेश उपाध्याय ने प्रशिक्षण दिया। केएनयूआई जीआईसी में मूल्यांकन कार्य का शुभारंभ सीईओ अशोक कुमार जुकरिया ने उप प्रधान परीक्षक, परीक्षक अंकेक्षक और मूल्यांकन केंद्र उप नियंत्रक को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। वहां मूल्यांकन उप केंद्र उप नियंत्रक गोविंद सिंह पोखरिया, पर्यवेक्षक लक्ष्मी दत्त कापड़ी, उप नियंत्रक इंटर भरत सिंह ग्याला, उप सह नियंत्रक हाईस्कूल एसके बाड़ी, ललित मोहन धामी सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।

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