डॉ. अजय मोहन सेमवाल। नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बाद साफ हो गया है कि उत्तराखंड में इस साल छात्र संघ चुनाव नहीं होगे. वहीं इस खबर के सामने आने के बाद छात्र नेता गुस्से में है. छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर प्रदेश में जगह-जगह छात्र नेता आंदोलन कर रहे है. शुक्रवार 25 अक्टूबर को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के ऋषिकेश कैंपस में भी छात्रों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान कुछ छात्र पानी की टंकी पर चढ़े गए थे. जिन्हें मनाने में पुलिस के भी पसीने छूट गए थे.
छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग तूल पकड़ने लगी है. इसी कड़ी में डीएवी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में छात्र संघर्ष समिति ने महाविद्यालयों में चुनाव नहीं कराये जाने को लेकर देहरादून के सभी सरकारी महाविद्यालयों में तालाबंदी की. इसके साथ ही छात्र संघर्ष समिति ने डीएवी पीजी कॉलेज और डीबीएस कॉलेज के गेट पर धरना प्रदर्शन भी किया. नैनीताल हाईकोर्ट ने जनहित याचिका पर फैसला आते ही छात्रों ने इसे लेकर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। छात्रों में इस कदर गुस्सा है कि वह अपनी बात मनवाने के लिए पानी की टंकियों पर चढ़ गए। जिस कारण पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं।
छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर हाईकोर्ट में सरकार की ओर से असमर्थता जताने के बाद डीएवी कॉलेज में छात्रों ने हंगामा कर दिया। छात्रों की ओर से कॉलेज का मुख्य गेट बंद करने से कई छात्र बाहर ही रह गए। विभिन्न संगठनों से जुड़े छात्रों ने हंगामा कर कॉलेज बंद करा दिया। साथ ही वहीं धरने पर बैठ गए। उन्होंने सरकार पर चुनाव ना कराने की मंशा का आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा, अगर सरकार ने इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया तो छात्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा, सरकार छात्रसंघ चुनाव को लेकर गंभीर नहीं थी। वहीं दूसरी तरफ ऋषिकेश में छात्रसंघ चुनाव स्थगित होने के विरोध में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में छात्र और एक छात्रा पानी की टंकी पर चढ़ गए, जिसके बाद यहां पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।
नैनीताल डीएसबी कैम्पस में हंगामा
नैनीताल में भी डीएसबी कैम्पस में छात्रों ने जमकर बवाल काटा. कॉलेज का गेट बंद कर छात्रों ने परिसर में किसी को नहीं घुसने दिया. छात्रों ने डीएसबी कैम्पस के गेट पर सरकार का पुतला फूंकने के साथ ही कॉलेज की छत में चढ़कर नारेबाजी की. इस दौरान शहर की पुलिस कॉलेज में मौजूद रही, लेकिन छात्रों को शांत नहीं कराया जा सका. चुनाव की मांग को लेकर कॉलेज की छत में चढे़ छात्र कॉलेज बंद होने के कुछ देर बाद खुद ही उतर आए. डीएसबी परिसर निर्देश नीता बोरा शर्मा ने बताया छात्रों के साथ चुनाव को लेकर बैठक की गई, लेकिन छात्र चुनाव की तिथि घोषित करने पर अड़े रहे.
अल्मोड़ा में आक्रोशित हुये छात्र
अल्मोड़ा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा परिसर में छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्र धरने पर बैठे. छात्रों को जब पता लगा कि इस बार चुनाव नहीं होंगे तो उनका पर सातवें आसमान में पहुंच गया. परिसर के सभी छात्र संगठन विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा मंत्री के विरोध में आ गए. सभी संगठन कुलपति कार्यालय में पहुंचे. विरोध में नारे लगाने लगे। कुछ छात्र विश्वविद्यालय भवन की छतों में चढ़ गए
बता दें कि, देहरादून निवासी सामाजिक कार्यकर्ता महिपाल सिंह ने समाचारपत्रों में 25 अक्तूबर को राजकीय विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव कराए जाने की खबर को आधार बनाते हुए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा था कि राज्य सरकार ने 23 अप्रैल 2024 को एक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया था।
इसमें छात्रसंघ चुनाव 30 सितंबर 2024 तक कराने का निर्देश दिया गया था।
इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने समय पर चुनाव नहीं कराए और ना ही शासन से दिशा-निर्देश प्राप्त किए, जो लिंगदोह समिति की सिफारिशों का उल्लंघन है। इससे छात्रों की पढ़ाई में असर पड़ रहा है।
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