गोरखपुर विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख शैक्षिक संस्थान में छात्रा द्वारा शिक्षक पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया गया है, जो निन्दनीय एवं चिंताजनक है। उक्त प्रकरण में विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी चिंताजनक है एवं छात्राओं के साथ लगातार इस प्रकार की घटनाओं के कारण विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हो रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) गोरखपुर विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रा के साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन कर कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा गया।
जांच कराकर कठोरतम कारवाई की जाए
उल्लेखनीय हो कि गोरखपुर विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख शैक्षिक संस्थान में छात्रा द्वारा शिक्षक पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया गया है, जो निन्दनीय एवं चिंताजनक है। उक्त प्रकरण में विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी चिंताजनक है एवं छात्राओं के साथ लगातार इस प्रकार की घटनाओं के कारण विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हो रही है। अभाविप यह मांग करती है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन उक्त गंभीर प्रकरण को तत्काल संज्ञान में लेते हुए संपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करा दोषी पर कठोरतम कार्रवाई करे।
गोरक्ष प्रांत मंत्री मयंक राय ने कहा कि पूर्वांचल में उच्च शिक्षा के सबसे बड़े केंद्र दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में विगत कई महीने से निरंतर छात्राओं के साथ हो रहे उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही है इस प्रकार के प्रकरण शैक्षिक संस्थानों में शिक्षा का स्वस्थ वातावरण तैयार करने के लिए अनुकूल नहीं है, अभाविप उक्त घटना की उच्च स्तरीय जांच की माँग करती है।
कार्य प्रमुख ऋषभ सिंह ने कहा कि शिक्षा के केंद्र पर इस प्रकार की गतिविधियां शैक्षिक वातावरण को दूषित करने का कार्य कर रही हैं। गोरखपुर विश्वविद्यालय में शिक्षक निरंकुश हो गए हैं, प्रशासनिक अराजकता चरम पर है। गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रा द्वारा शिक्षक पर यौन उत्पीडन का आरोप लगाना बेहद शर्मनाक और अत्यंत गंभीर घटना है, उक्त प्रकरण में विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी चिंताजनक है।
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