टिहरी, 25 फरवरी। आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग उत्तराखंड के निर्देशन में जिला आयुर्वेदिक विभाग द्वारा नरेंद्रनगर के टाउन हॉल में तीन दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का शुभांरभ कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। स्वास्थ्य शिविर 25 से 27 फरवरी तक चलेगा। इस शिविर में लोगों को आयुर्वेद पद्धति में जानकारी दी जाएगी और उनका इलाज किया जाएगा।
जड़ी बूटियों का भंडार है हिमालय पर्वत में
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हम पहाड़ों के लोग हैं और हिमालय में जड़ी बूटियों का भंडार है। इसका उदाहरण रामायण में भी देखा गया है कि जब लक्ष्मण मूर्छित हुए थे, तब हनुमान जी ने हिमालय से संजीवनी लाकर लक्ष्मण की जान बचाई थी। उन्होंने कहा कि आयुष पद्धति से असाध्य रोगों का इलाज कर सकते हैं, इसलिए इसको बढ़ावा देने का प्रयास सरकार को करना चाहिए।
होम्योपैथिक का करें प्रचार: सुबोध उनियाल
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि पहाड़ों में आयुर्वेद चिकित्सा की विधाओं को जन-जन तक पहुंचाने, एलोपैथिक के मुकाबले होम्योपैथिक इलाज के सुखद परिणाम से जनता को अवगत कराने और असाध्य रोगों से छुटकारा पाने के बारे में विस्तृत जानकारी देना है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद इलाज पर भरोसा करके अपने स्वास्थ्य का इलाज कराएं, क्योंकि इस पद्धति से इलाज के जरिए रोग जड़ से नष्ट होते हैं।
सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति है आयुर्वेद
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी सुभाष चंद्र, डॉ. वंदना डंगवाल, डॉ. दिनेश जोशी, डॉक्टर मीनाक्षी और डॉक्टर दीपा बिष्ट ने कहा कि यह शिविर 25 से 27 तक चलेगा, जिनमें कई रोगों का इलाज किया जाएगा और लोगों को आयुर्वेद पद्धति से संबंधित जानकारियां दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति है, जिससे पहले लोगों का इलाज किया जाता था और आज भी आयुर्वेद पद्धति से कई असाध्य बीमारियों का इलाज किया जाता है।
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