नई दिल्ली, 23 मई। काम्या कार्तिकेयन नेपाल की ओर से दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई हैं। उन्होंने यह उपलब्धि 16 साल की उम्र में हासिल की। वह नौसेना अधिकारी की बेटी हैं और मुंबई के नेवी चिल्ड्रन स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा है।
जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) ने वीरवार को यह जानकारी दी। इस पर्वतारोहण में सहयोग करने वाले टीएसएएफ के एक अधिकारी ने बताया कि काम्या ने अपने पिता एवं भारतीय नौसेना के कमांडर एस. कार्तिकेयन के साथ एवरेस्ट की चोटी को फतह किया। उन्होंने बताया कि पिता और पुत्री 20 मई को एवरेस्ट की 8,849 मीटर ऊंची चोटी पर पहुंचे। नौसेना अधिकारी की बेटी काम्या मुम्बई के ‘नौसेना बाल विद्यालय’ में 12वीं कक्षा की छात्रा हैं।
नौसेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘इस सफलता के साथ ही काम्या दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई करने वाली दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की लड़की और नेपाल की ओर से एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की पहली भारतीय पर्वतारोही बन गई है।’ भारतीय नौसेना ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर काम्या की तस्वीरें साझा कीं। उसने कहा, ‘काम्या ने सात महाद्वीपों में से छह में सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने में अपार साहस और धैर्य का प्रदर्शन किया है।’
टीएसएएफ के अध्यक्ष चाणक्य चौधरी ने एक बयान में कहा, ‘इतनी कम उम्र में माउंट एवरेस्ट को फतह करने की काम्या कार्तिकेयन की असाधारण उपलब्धि पर हमें बेहद गर्व है। उनकी यात्रा दृढ़ता, सावधानीपूर्वक तैयारी और अटूट दृढ़ संकल्प की भावना का प्रमाण है।’ काम्या प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित की जा चुकी हैं। यह पुरस्कार देश में बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए दिया जाता है।
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