गोरखपुर, 20 मई। गोरखपुर में ABVP द्वारा लोकतंत्र में शिक्षक की भूमिका विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें विद्वानों ने शिक्षक की भूमिका पर महती प्रकाश डाला। ABVP अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर महानगर द्वारा लोकतंत्र में शिक्षक की भूमिका विषय पर संगोष्ठी दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के गोरखनाथ साहित्यिक केंद्र में आयोजित किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राजशरण शाही ने कहा कि लोकतंत्र के सभी क्षेत्रों को शिक्षक प्रभावित करता है, लोकतंत्र के उत्थान में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण होती हैं। भारत के भविष्य का निर्माण भारत की कक्षाओं में होता है, राष्ट्र के उत्थान की दिशा को शिक्षक तय करता है। भारत की शिक्षा व्यवस्था पूरी दुनिया को प्रभावित करती है, शिक्षक भारत की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का कार्य करता है। शिक्षक हमेशा प्रेरक की भूमिका में समाज जीवन में खड़ा रहता है, अभाविप व्यक्ति निर्माण से समाज निर्माण तथा समाज निर्माण से राष्ट्र पुनः निर्माण में विश्वास रखता है। भारत के प्रति हम शिक्षकों को अपनी भूमिका का कुशलता पूर्वक निर्वहन करना होगा।
दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि आज भारत का गौरव पूरी दुनिया में बढ़ रहा है, भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। भारत में पुनर्जागरण भाग दो चल रहा है। चुनाव एक ऐसा उपहार है जो आगामी पाँच वर्षो के लिए हमें एक मजबूत सरकार का निर्माण करता है, युगांतरकारी परिवर्तन में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण रही हैं। सृजन और संहार दोनों शिक्षक की गोद में पलता है, शिक्षक पीढ़ी की नहीं बल्कि पीढ़ियों का निर्माण करता है। कार्यक्रम का आभार ज्ञापन अभाविप गोरखपुर महानगर अध्यक्ष डॉ. विवेक शाही तथा संचालन अभिजित शर्मा ने किया।
इस अवसर पर अभाविप राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद की विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो. उमा श्रीवास्तव, विभाग संगठन मंत्री सौरभ, प्रांत अध्यक्ष डॉ. राकेश सिंह, प्रांत मंत्री मयंक राय, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शक्ति सिंह, अनुराग मिश्र, महानगर मंत्री शुभम राव, पीयूष मिश्र, अर्पित कसौधन,हर्षित मालवीय, अनुभव शाही, अभिषेक मौर्य, अमन सिंह, तोष निधि त्रिपाठी, दीपक पांडेय सहित अन्य शिक्षक तथा छात्र उपस्थित रहे।
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