हल्द्वानी, 8 फरवरी। नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में इन दिनों प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में अवैध रूप से कब्जा कर बनाए गए नमाज स्थल और मस्जिद तोड़ने गई नगर निगम और पुलिस की टीम पर स्थानीय लोगों ने जमकर पथराव कर दिया। इसमें रामनगर कोतवाल समेत 20 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए। पुलिस फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत का समाचार है। जिलाधिकारी ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिये गये हैं।
उपद्रवियों ने जेसीबी तोड़ी, कई वाहनों को किया आग के हवाले
बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने मस्जिद और मदरसे को तोड़ने का विरोध किया। इसको लेकर उनकी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ झड़प हो गई। इस दौरान कुछ लोगों ने अपने घरों की छतों से पुलिस पर पथराव कर दिया। जेसीबी मशीन पर भी पथराव किया गया, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। उपद्रवियों ने नगर निगम की जेसीबी तोड़ दी और पुलिस जीप, ट्रैक्टर समेत कई वाहनों पर आग लगा दी। छतों पर मौजूद युवा लगातार पथराव कर रहे थे। पुलिस ने भी बचाव में पथराव किया और कई राउंड आंसू गैस के गोले भी दागे। देर शाम उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना फूंक दिया। इस बीच रुद्रपुर से दो कंपनी पीएसी हल्द्वानी के लिए रवाना हो गई है।
मस्जिद मदरसे के संचालकों को भेजा गया था नोटिस
इस मामले में प्रशासन और हल्द्वानी नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मस्जिद और मदरसे के संचालकों को नोटिस भेजा था। नोटिस भेजने के बाद भी उन्होंने मस्जिद और मदरसे से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखाए, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है। शाम 4 बजे पुलिस फोर्स के साये में नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण ढहाने पहुंची। इसका स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने जेसीबी और टीम को अंदर पहुंचाया। कार्रवाई शुरू होती तभी तीन ओर से स्थानीय लोग पहुंच गए और विरोध करने लगे।
छतों से हुई पत्थरों की बारिश
बनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण वाली जगह के चारों ओर बस्ती बसी है। यहां दो से तीन मंजिला मकान बने हैं, जिनकी गिनती हजारों में है। पुलिस-प्रशासन टीम पर सामने से उपद्रवियों के पथराव करते ही छतों से पत्थरों की बारिश होने लगी। प्रशासन के पूर्व में तोड़े गए अतिक्रमण का मलबा लोगों ने छतों पर इकट्ठा कर लिया था। तंग गलियों के बीच से गुजर रहे पुलिस और प्रशासन के लोगों पर छतों से गोली की रफ्तार से पत्थरों की बारिश का जवाब किसी के पास नहीं था। गली में मौजूद लोगों को छिपने के लिए न जगह मिल रही थी न किसी घर की छत पर जाने का रास्ता। लोगों को वहां से हटाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया, जिस पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस टीम पर तीनों ओर से पत्थरों की बारिश होने लगी, बमुश्किल टीम के लोग बैरिकेडिंग के पीछे छिपकर खुद को बचते नजर आए।
किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। हमारे पास वीडियो रिकार्डिंग है और दंगाइयों के अनेक इनपुट हैं। इन सबको एकत्र किया जा रहा है। नुकसान की भरपाई उन्हीं दंगाइयों से की जायेगी। जानकारी जुटाने के लिए दंगाइयों के पोस्टर भी जारी किये जायेंगे। पुलिस प्रशासन ने धैर्य का परिचय दिया है। अवैध अतिक्रमण पर हमारा अभियान रुकने वाला नहीं है।
वंदना, जिलाधिकारी नैनीताल
+ There are no comments
Add yours