चिकित्सा उपकरणों की सुविधा न होने के कारण इस साल शुरू नहीं हो पाएगा हरिद्वार मेडिकल कॉलेज

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देहरादून, 3 जून। हरिद्वार जिले के जगजीतपुर में निर्मित राजकीय मेडिकल कॉलेज में इस साल एमबीबीएस कोर्स शुरू होने की संभावना कम दिखाई दे रही है। मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर, नर्सिंग और अन्य स्टाफ की तैनाती नहीं हो पाई है। साथ ही चिकित्सा उपकरणों की सुविधा नहीं है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2024-25 से मेडिकल कॉलेज शुरू करने का लक्ष्य रखा है।

केंद्र सरकार की हर जिले में मेडिकल कॉलेज योजना के तहत हरिद्वार, रुद्रपुर और पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने निर्माण कार्य के आधार पर मेडिकल कॉलेजों को शुरू करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार में इस साल से 100 सीटों पर एमबीबीएस कोर्स संचालन किया जाना है।

मान्यता मिलना भी मुश्किल
बीते वर्ष दिसंबर माह में सरकार ने मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, नर्सिंग टेक्निकल व अन्य कर्मचारियों के 950 पद सृजित करने की मंजूरी दी थी। लेकिन अभी तक इन पदों पर नियुक्ति नहीं हो पाई है।

चिकित्सा शिक्षा विभाग ने मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) में आवेदन किया है। एमबीबीएस कोर्स के लिए जब तक फैकल्टी व अन्य कर्मचारियों के साथ ही चिकित्सा उपकरण की व्यवस्था नहीं की जाती है तब तक मान्यता मिलना भी मुश्किल है।

राजकीय मेडिकल कॉलेज को इस साल शुरू करना संभव नहीं है। अभी कई काम होने बाकी है। अगले वर्ष तक मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस कोर्स संचालित करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। इसके अलावा रुद्रपुर व पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज का चल रहा है।
धन सिंह रावत, स्वास्थ्य मंत्री

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