नई दिल्ली, 2 जून। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में सरकारी माध्यमिक विद्यालयों, खासकर साइंस और मैथ्स जैसे विषयों में टीचिंग को बेहतर बनाने के लिए एक अनूठी पहल की शुरुआत की गई है. यूपी के कुछ टीचर्स को पांच दिन के लिए लगभग 1200 किलोमीटर दूर गुजरात भेजा जाएगा, जहां आईआईटी गांधीनगर के एक्सपर्ट यूपी के टीचर्स को स्टूडेंट्स को सिखाने के नए-नए तरीके समझाएंगे.
169 टीचर्स और लेक्चरर चुने गए
राज्य के माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा पहली बार शुरू की गई इस पहल के तहत, सरकारी हाईस्कूलों और इंटरमीडिएट कॉलेजों के 169 असिस्टेंट टीचर्स और लेक्चरर्स को प्रतिष्ठित संस्थान में पांच दिवसीय आवासीय ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए चुना गया है.
यूपी के 46 जिलों से 111 टीचर्स लेंगे ट्रेनिंग
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश के 46 जिलों से लगभग 111 शिक्षक, जो हाईस्कूल के स्टूडेंट्स को साइंस और इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स को फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी पढ़ाते हैं, वे 5 से 9 जून तक गुजरात के आईआईटी-गांधीनगर में रेजिडेंटल ट्रेनिंग लेंगे. इसी तरह, 24 से 28 जून तक संस्थान में मैथ्स के 58 टीचर्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जाएगा.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेनिंग के दौरान कक्षा शिक्षण और डिजिटल सामग्री के उपयोग के बारे में जानकारी देने के लिए शिक्षकों को अपने साथ लैपटॉप लाने के लिए कहा गया है. प्रशिक्षण सरकारी खर्च पर आयोजित किया जा रहा है और शिक्षकों को यात्रा का खर्च संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) द्वारा वापस कर दिया जाएगा.
उत्तर प्रदेश की महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) कंचन वर्मा ने सभी DIOS को चुने हुए शिक्षकों को कार्यमुक्त करने का निर्देश दिया है. उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि DIOS यह सुनिश्चित करें कि चयनित शिक्षक अपने ट्रेनिंग वर्कशॉप के औपचारिक रूप से शुरू होने से एक दिन पहले IIT-गांधीनगर पहुंच जाएं. प्रयागराज के पांच शिक्षक भी ट्रेनिंग के लिए गुजरात जा रहे हैं.
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