श्रीनगर, 6 अक्टूबर। इन दिनों उत्तराखंड में मूल निवास 1950 और मजबूत भू कानून लागू करने की मांग तेजी से उठ रही है. इसी बीच प्रसिद्ध लोकगायक ‘गढ़रत्न’ नरेंद्र सिंह नेगी ने भी भू कानून की मांग पर बयान दिया है. नरेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि अभी तक लोग मूल निवास और भू कानून को लेकर दबे सुर में मांग उठाया करते थे, लेकिन अब युवाओं ने इस लड़ाई को अपने हाथों में ले लिया है. जिसके चलते यह आंदोलन बड़ा हो गया है. यही वजह है कि सरकार इस पर पहल भी करने जा रही है, लेकिन अब देखना होगा कि सरकार कितना सशक्त भू कानून लेकर जनता के बीच लाती है.
मजबूत भू कानून की कमी से बाहरी जमीनों पर कर रहे कब्जा
लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि भू कानून के अभाव में प्रदेश की जमीन को बाहरी लोगों की ओर से कब्जाई जा रही है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो भविष्य में यहां के लोगों के पास भूमि का अभाव हो सकता है. उपजाऊ भूमि भी बाहर के लोग खरीद रहे हैं, इसकी वजह सिर्फ कमजोर भू कानून है. उन्होंने कहा कि अगर एक सशक्त भू कानून आता है तो यहां के लोगों की भूमि बच पाएगी. यहां के मूल निवासी अपनी भूमि का उपयोग कर सकेंगे. लोगों की मांग है कि सरकार एक मजबूत भू कानून लेकर आए.
उत्तराखंड में नाम बदल कर धोखाधड़ी पर नेगी दा की प्रतिक्रिया
वहीं, लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने कथित लव जिहाद जैसे मामले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अगर कोई नाम बदल कर किसी के साथ धोखा करता है तो इस मामले पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. अगर उत्तराखंड में इस तरह के मामले संज्ञान में आ रहे हैं तो सख्त कानून के तहत ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए.
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