नई दिल्ली, 13 फरवरी। सोमवार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ कार्यालय में एक प्रेस वार्ता का आयोजन हुआ जिसमें 13 फरवरी से 15 फरवरी के बीच आयोजित होने जा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘मदारी’ के बारे में जानकारी रखी गई।
मंगलवार से डीयू की आर्ट्स फैकल्टी में डूसू तथा राष्ट्रीय कला मंच के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय ‘मदारी’ सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ होगा। मदारी तीन भागों में विभाजित है जिसमें प्रथम है खिचड़ी जिसके अन्तर्गत नुक्कड़ नाटक, द्वितीय भाग ग्राम्या जिसमें कला प्रदर्शनी आयोजित होगी, तृतीय भाग है ‘धरोहर’ इसके अंतर्गत ऐसे छात्रों को मंच पर आने का मौका मिलेगा जो रचनात्मक प्रतिभा होने के बावजूद भी मौकों की कमी के कारण पीछे रह जाते हैं।
राष्ट्रीय कला मंच के राष्ट्रीय संयोजिका गुंजन ठाकुर ने कहा कि मदारी एक ऐसा कार्यक्रम है जिसके द्वारा समाज में बढ़ रही समस्याओं का समाधान नाटकों तथा कला प्रदर्शनियों के माध्यम से ढूढ़ने में सहायता मिलती है, साथ ही मदारी एक ऐसा मंच है जो छिपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाने का कार्य करता है। दिल्ली विश्वविद्यालय में यह मदारी का पांचवा संस्करण है जिसमें नुक्कड़ नाटक के अंतर्गत लगभग 45 टीमें तथा कला प्रदर्शनी में 60 से अधिक कॉलेजों की टीम सहभागिता कर रही है, दिल्ली विश्वविद्यालय में यह आयोजन अपने पिछले संस्करणों में महत्वपूर्ण सफलता हासिल कर चुका है इस बार भी छात्रों के बीच मदारी के आयोजन को लेकर उत्साह है ।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ सचिव अपराजिता ने कहा कि डूसू और राष्ट्रीय कला मंच द्वारा आयोजित मदारी फेस्टिवल कई मामलों में ऐतिहासिक होने वाला है। प्रतिभाओं का सम्मान और उनको मंच देना हमारी प्राथमिकता रही है। इस दिशा में हमनें निरंतर प्रयास किया है। मदारी उसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।
अभाविप दिल्ली प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने आयाम राष्ट्रीय कला मंच के माध्यम से निरंतर ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करती रहती है। मदारी के माध्यम से प्रतिभागियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मंच मिलेगा व विद्यार्थियों को अपनी सांस्कृतिक विरासत का साक्षात्कार होगा।
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