देहरादून, 14 मार्च। उत्तराखंड विधानसभा में पारित समान नागरिक संहिता विधेयक को महामहीम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी द्वारा मंजूरी मिलने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उत्तरांचल प्रांत का प्रतिनिधिमंडल माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार श्री पुष्कर सिंह धामी जी से शुभकामनाएं प्रेषित करने हेतु मिला।
समान नागरिक संहिता विधेयक लागू करने वाला पहला प्रदेश उत्तराखंड बना।एक देश-एक कानून ऐसी ऐतिहासिक व्यवस्था को रचने वाला प्रतिमान उत्तराखंड प्रदेश ने स्थापित किया है, समान नागरिक संहिता लागू होने के पश्चात पूरे प्रदेश में बहु-विवाह ,लिव इन रिलेशनशिप जैसी अनेक कुप्रथाओं पर रोक लगेगी एवं महिलाओं के अधिकारों को संरक्षण मिलेगा।
समान नागरिक संहिता में जनजातीय समाज के रीति रिवाजों को संरक्षित रखने हेतु प्रावधान भी स्वागत योग्य है। प्रदेश मंत्री ऋषभ रावत ने कहा की संपूर्ण देश में समान नागरिक संहिता को लागू करने वाला प्रथम प्रदेश उत्तराखंड राज्य है, उत्तराखंड सरकार का यह कदम स्वागत योग्य है और समानता की ओर कदम बढ़ाने वाले प्रदेशवासी हम हैं और यह पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधि मंडल में विकासार्थ विद्यार्थी राष्ट्रीय सहसंयोजक पायल राय, प्रदेश सह मंत्री किरन कठायत, विभाग संगठन मंत्री नागेंद्र बिष्ट जी ,प्रांत संस्कृत आयाम प्रमुख विवेक मंमगाई, प्रांत मीडिया संयोजक यशवंत पंवार, दिशा नेगी, शिवानी रावत, कंचन पवार, रॉबिन तोमर उपस्थित रहे।
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