देहरादून, 3 मार्च। चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है। बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में निर्माणाधीन अस्पतालों को यात्रा से पहले शुरू किया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद अस्पतालों में चिकित्सा उपकरण खरीदने के लिए शार्ट टर्म टेंडर किए जाएंगे।
सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया, चारधाम यात्रा मार्ग पर अनुभवी और उच्च हिमालय में काम करने के लिए प्रशिक्षित मेडिकल टीम को तैनात किया जा रहा है। जिससे तीर्थयात्रियों को तुरंत स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। उन्होंने तीर्थयात्रियों से अपील की कि वह चारधाम यात्रा से पहले अपने स्वास्थ्य का परीक्षण जरूर करा लें।
11 भाषाओं में दी जायेगी स्वास्थ्य की जानकारी
स्वास्थ्य सचिव ने बताया, चारधाम यात्रा में विदेशों के साथ ही देश के तमाम राज्यों से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन कई बार स्थानीय भाषा में स्वास्थ्य गाइडलाइन के चलते श्रद्धालुओं को दिक्कतें होती है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अब हिंदी-अंग्रेजी के अलावा बंगाली, गुजराती, तमिल, तेलगु, मलयालम, कन्नड़, पंजाबी, मराठी और उड़िया सहित कुल 11 भाषाओं में एसओपी जारी की जाएगी।
टेंडर जारी होंगे
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, इस बार चारधाम तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए लगभग 150 लोगों की मेडिकल टीम की तैनाती की जाएगी। इस टीम को हाई एल्टीट्यूड में काम करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। डाक्टरों की तैनाती 15-15 दिनों के लिए की जाएगी। स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, इस बार रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जिले में तैनात डाक्टरों को चारधाम में तैनात नहीं किया जाएगा।
तीर्थयात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग पर रहेगा खास फ़ोकस
स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, चारधाम यात्रा के दौरान मार्ग पर जगह-जगह तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य जांच का प्रबंध किया जा रहा है। इस बार शुरुआती चरण से तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस रखा जाएगा। यात्रा रूट पर हेल्थ प्वाइंट पर मरीजों के स्वास्थ्य की गहनता से जांच होगी। उसके बाद उन्हें आगे जाने दिया जाएगा। कहा, विभाग यात्रियों का स्वास्थ्य रिकार्ड रखेगा। यदि तीर्थयात्री को कहीं भी कोई असुविधा होती है तो वह अपनी जांच करा लें।
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