देहरादून, 27 फरवरी। सेना में अग्निवीर बनने के लिए अब युवाओं को एक और टेस्ट से गुजरना होगा। लिखित परीक्षा, शारीरिक दक्षता तथा मेडिकल टेस्ट के अलावा अब मनोवैज्ञानिक टेस्ट से भी दो-चार होना पड़ेगा। इसके अलावा क्लर्क पद के लिए अंग्रेजी भाषा में 30 शब्द प्रति मिनट के हिसाब टाइपिंग टेस्ट भी पास करना होगा। खेल कोटा को यदि छोड़ दें तो बाकी सारे नियम एक जैसे ही होंगे।
पंजीकरण में उत्तराखंड की बेटियों भी पीछे नहीं
उत्तराखंड के युवाओं के न्यूनतम ऊंचाई 163 सेमी निर्धारित की गयी है। ये सारे प्रस्ताव सेना भर्ती कार्यालय लैंसडौन की तरफ से मुख्यालय को भेजे गये हैं। ये जानकारी सेना भर्ती कार्यालय लैंसडौन के निदेशक कर्नल पारितोष मिश्रा ने मंगलवार को देहरादून प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए साझा की। उन्होंने बताया कि योग्य युवा जीडी के अलावा टेक्निकल पदों के लिए भी आवेदन कर सकते हैं, जिससे उनकी भर्ती में सफलता की संभावना बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि बेटियां भी पंजीकरण में काफी जोश के साथ भागीदारी कर रही हैं। बेटियों को पंजीकरण व भर्ती रैली में भाग लेने की सुविधा बढ़ाए जाने का प्रस्ताव भी मुख्यालय को भेजा गया है। कर्नल परितोष ने बताया कि उत्तराखंड में लड़कों की तुलना में बेटियों का रुझान अग्निवीर योजना में अधिक देखने को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि सेना में अग्निवीर योजना के तहत महिला सेना पुलिस, हवलदार, सर्वेयर, ऑटो कार्टोग्राफर, सिपाही फार्मा, नर्सिंग असिस्टेंट और नर्सिंग असिस्टेंट पशु चिकित्सा के लिए युवा 2024-25 के लिए ‘ज्वाइन इंडियन आर्मी’ वेबसाइट पर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन 13 फरवरी से शुरू हो चुका है। युवा 12 मार्च तक रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि फेक उम्मीदवारों का पता करने के लिए आईरिस स्कैन बायोमेट्रिक सत्यापन भी किया जाएगा। उन्होंने इसे एक पॉप्युलर स्कीम बताया है। इसके साथ ही युवाओं सलाह दी गई है कि सेना में भर्ती होने के लिए किसी भी झांसे में ना आएं। सेना में जाने की तैयारी कर रहा युवा ही अपने जज्बे और मेहनत की बदौलत आर्मी में भर्ती हो सकता है।
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