मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में भारत की पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए “वेव्स” एक प्रमुख मंच

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डॉ. अजय मोहन सेमवाल। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की इकाई, पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) देहरादून ने मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए “क्रिएट इन इंडिया चौलेंज के सीजन-1, “वेव्स” के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए देहरादून की ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता विभाग में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मीडिया जगत से जुड़ी डॉ कंचन नेगी ने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से छात्र छात्राओं को बताया कि वेव्स (वर्ल्ड ऑडियो वीडियो एंटरटेनमेंट समिट) का आयोजन 5 फरवरी से 9 फरवरी तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया जाएगा।

यह मीडिया और मनोरंजन उद्योग के लिए एक प्रमुख मंच है, जो संवाद, व्यापार सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देगा। वेव्स में कुल 27 चौलेंज शामिल हैं, जिनमें रील मेकिंग, पोस्टर मेकिंग, एनिमेशन और ड्रोन फिल्म मेकिंग जैसे प्रतिस्पर्धात्मक कार्यक्रम होंगे, जो प्रतिभागियों को अपनी रचनात्मकता और कौशल प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेंगे।
इससे पहले छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए आकाशवाणी और दूरदर्शन देहरादून के समाचार प्रभाग की उप निदेशक साक्षी सिंह ने कहा कि मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में भारत की पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए “वेव्स” एक प्रमुख मंच है। उन्होंने वेव्स की अलग अलग वर्गों में होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेने की छात्र छात्राओं से अपील की।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूनिवर्सिटी के निदेशक प्रोफेसर सुभाष गुप्ता ने कहा कि “वेव्स” युवाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया एक उत्कृष्ट मंच है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि न्यू मीडिया, मीडिया और एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम इसमें भारत की पारंपरिक संस्कृति और मूल्यों को प्रदर्शित करें।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुये पत्र सूचना कार्यालय, देहरादून के सहायक निदेशक संजीव सुन्द्रियाल ने कहा कि वेव्स 2025 युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर है।उन्होंने कहा कि मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पारंपरिक रोजगार से अलग है और इसमें न केवल उच्च आय बल्कि रचनात्मकता और नवाचार के अनगिनत अवसर मौजूद हैं।” छात्रों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि वेव्स 2025 मीडिया और मनोरंजन के बारे में नई सोच को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक मंच तैयार करेगा।

कार्यक्रम में मशहूर सिनेमेटोग्राफर जयदेव भट्टाचार्य ने छात्र छात्राओं को सिनेमेटोग्राफी और डॉक्यूमेंट्री बनाने के गुर भी सिखाये। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में डॉक्यूमेंट्री और फ़िल्म मेकिंग में छात्र छात्राओं के लिए बेहतर भविष्य के दरवाज़े खुले हैं। कार्यक्रम में छात्रों को ओहो रेडियो के आरजे काव्य ने भी संबोधित किया। अपने संबोधन में श्री काव्या ने छात्र छात्राओं को इंटरनेट रेडियो और मॉर्डन मीडिया के बारे में अहम जानकारी दी।उन्होंने कहा कि इंटरनेट रेडियो के क्षेत्र में भविष्य में मॉस कम्युनिकेशन से जुड़े छात्र छात्राओं के लिए कई दरवाज़े खुलेंगे, जिनमें छात्र छात्राएँ अपना बेहतर करियर बना सकेंगे। इस दौरान छात्रों के साथ वेव्स विषय पर एक ओपन क्विज भी खेला गया। कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी की जन संचार विभाग की प्रमुख डॉ ताहा सिद्दीकी, पीएचडी कोर्डिनेटर डॉ हिमानी बिंजोला सहित कई अन्य लोग भी मौजूद थे।

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