देहरादून, 17 फरवरी। पीसीएस परीक्षा के मामले में उत्तराखंड अपने पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से काफी पीछे चल रहा है। जहां उत्तर प्रदेश में पीसीएस की पूरी प्रक्रिया आठ महीने में पूरी हो गई, वहीं उत्तराखंड में एक साल से मेन्स का ही रिजल्ट नहीं आ पाया है। 2021 में जारी विज्ञप्ति की प्रक्रिया अब भी चल रही है। इसके साथ ही पीसीएस परीक्षा के अगले नोटिफिकेशन आने की भी निकट भविष्य में कोई संभावना नहीं दिखाई देती।
विज्ञापन जारी होने के तीन साल बाद भी पीसीएस चयन की प्रक्रिया का पूरा होना मुश्किल नजर आ रहा है। पीसीएस अपर परीक्षा का विज्ञापन अगस्त 2021 में प्रकाशित हुआ था और अभी तक मुख्य परीक्षा का परिणाम भी नहीं आया है। लोक सेवा आयोग ने 29 जनवरी को एक प्रेस नोट जारी किया था, जिसमें उम्मीद जताई थी कि फरवरी के तीसरे सप्ताह तक मुख्य परीक्षा का परिणाम आ जाएगा। लेकिन तीसरा सप्ताह गुजरने पर भी अभी अभ्यर्थियों को परीक्षाफल का इंतजार है।
उत्तराखंड में पिछले लम्बे समय से पीसीएस की परीक्षा बहुत ही अव्यवस्थित तरीके से होती आई है। वर्ष 2016 के पांच साल बाद 2021 में पीसीएस का नोटिफिकेशन जारी हुआ था लेकिन इसकी प्रारम्भिक व मुख्य परीक्षा में लगातार विलम्ब होता रहा। अब लगभग ढाई साल बाद भी प्रक्रिया गतिमान ही है। जबकि उत्तर प्रदेश ने आठ महीने में पीसीएस की पूरी प्रक्रिया संपन्न करा ली गई।
प्रदेश में पीसीएस के अगले नोटिफिकेशन के लिए भी युवाओं को लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। कुछ समय पहले शासन की तरफ से लोक सेवा आयोग को विभिन्न पदों का अधियाचन भेजा गया था, जिसमें कुछ संशोधनों के लिए वापस शासन को भेजा गया है।
अभी तक आयोग के पास यूकेएसएसएससी की परीक्षाएं भी थी तथा विभिन्न कानूनी पहलुओं की वजह से भी पीसीएस परीक्षा में विलम्ब होता रहा। इस वर्ष से कोशिश की जा रही है कि प्रत्येक वर्ष पीसीएस की परीक्षा संपादित हो सके।
गिरधारी सिंह रावत, सचिव, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग
+ There are no comments
Add yours