नई दिल्ली, 4 सितम्बर। इस एकेडमिक सेशन में डीयू द्वारा शुरू की गई पहल जिसमें कि सिंगल गर्ल चाइल्ड कोटे में 764 एडमिशन हुए हैं. वहीं, ऑर्फन कोटे से 132 अनाथ स्टूडेंट्स ने आरक्षित कोटा के अंतर्गत एडमिशन लिया है. इस साल डीयू में 74,108 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी में 74,108 स्टूडेंट्स ने एडमिशन ले लिया है, जिसमें से 45,298 स्टूडेंट्स ने अपनी सीट को फ्रीज कर दिया है और 28,810 स्टूडेंट्स ने अपनी सीट को अपग्रेड के लिए चुना है। इस साल दिल्ली यूनिवर्सिटी में सुपरन्यूमेरी कोटा के अंतर्गत विभिन्न अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में 764 सिंगल गर्ल चाइल्ड और 132 अनाथ बच्चों ने एडमिशन लिया है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने मंगलवार को तीसरे राउंड की सीट अलॉटमेंट रिजल्ट को जारी किया था। सिंगल गर्ल चाइल्ड आरक्षित कोटा के अंतर्गत डीयू के हर एक कॉलेज में हर एक प्रोग्राम में सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए एक सीट आरक्षित है। इसके अलावा डीयू के सभी कॉलेजों में अनाथ आरक्षित कोटा के अंतर्गत महिला और पुरुष दोनों के हर एक प्रोग्राम में एक सीट आरक्षित है।
तीसरे राउंड में 1,061 कैंडिडेट को एक्स्ट्रा- करिकुलर एक्टीविज (ECA) और 1,648 कैंडिडेट को सपोर्ट कोटा के अंतर्गत सीट एलोकेशन किया गया है। कुल 2,682 स्टूडेंट्स को हाईअर प्रिफरेंस वाले प्रोग्रामों में अपग्रेड किया गया है। इसके अलावा, परफॉर्मेंस मानदंड के आधार पर 332 स्टूडेंट को सीटें आवंटित की गयी हैं। बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) और सशस्त्र बल कार्मिक (CW) श्रेणियों के बच्चों/विधवाओं के तहत सीट एलोकेशन अभी नहीं किया गया है और जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी।
इन छात्रों के लिए जल्द तय किया जाएगा कोटा
हालांकि, बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) और सशस्त्र बलों के कर्मियों के बच्चों/विधवाओं के लिए सीटों का आवंटन अभी भी टला हुआ है और इसे जल्द ही घोषित किया जाएगा. बता दें कि हाल ही में सीट कोटे को लेकर डीयू और उससे संबद्ध कॉलेज में विवाद छिड़ गया था. विश्वविद्यालय ने सोमवार को सेंट स्टीफंस कॉलेज पर आरोप लगाया था कि कॉलेज ने संप्रदाय विशेष के उम्मीदवारों के लिए तय की गई सीटों से अधिक सीटें भर ली हैं. इसके अलावा, कॉलेज ने CUET स्कोर के आधार पर उम्मीदवारों के मानदंड पूरे होने के बावजूद कुछ BA पाठ्यक्रमों में सीटें खाली छोड़ दी हैं. जानकारी के मुताबिक फिलहाल वो मामला भी सुलझ चुका है
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