वाराणसी, 8 जून। नीट यूजी परीक्षा की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्रों का गुस्सा शनिवार की सुबह फूट गया। बीएचयू के सिंह द्वार पर हाथ में बैनर पोस्टर लेकर छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि नीट यूजी परीक्षा परिणाम को निरस्त किया जाए। छात्रों ने करीब एक घंटे तक जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने उन्हें समझा- बूझाकर मामले को शांत कर सभी को वापस भेजा।
छात्र कृतिक राज ने बताया कि नीट यूजी परीक्षा 2024 में इस वर्ष करीब 24 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था। इनमें से करीब 13 लाख छात्र पास हुए। वहीं ऐसा पहली बार हुआ जब एक साथ 67 छात्रों को रैंक 1 हासिल हुई हो। एक ही सेंटर से 8 छात्रों को 720 में से 720 नंबर हासिल हुए। उन्होंने कहा कि एनटीए द्वारा आयोजित नीट परीक्षा के स्कोर के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलता है। इसलिए छात्र इस परीक्षा में अव्वल होने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं।
तीन दिन पहले यानी चार जून को नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया। नतीजे सामने आने के बाद से काफी छात्र नाराज दिख रहे हैं। इसके साथ ही छात्रों का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गुस्सा फूट रहा है। वे नीट रिजल्ट पर गुस्सा जता रहे हैं और अपने पोस्ट में एनटीए को टैग कर धांधली का आरोप लगा रहे हैं। छात्रों का कहना है कि इस बार की नीट यूजी परीक्षा में कई गड़बडियां हुई हैं। वहीं मामले को लेकर एक्स पर ‘नीट परीक्षा रद्द करो’ के हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
एक सेंटर से 6 टॉपर कैसे?
एक सेंटर से 6 टॉपर वाले सवाल का जवाब देते हुए एजुकेशन सेक्रेटरी ने कहा, ‘उस सेंटर का एवरेज मार्क्स 235 था। यानी वहां इतने कैपेबल छात्र थे, जो हाई स्कोर कर सकते थे, इसीलिए बिना ग्रेस मार्क्स भी उनका एवरेज मार्क्स ज्यादा था। लेकिन जिन सेंटर्स पर गड़बड़ी हुई है, उनपर एक्शन लिया जाएगा।’
क्या नीट 2024 कैंसिल होगा?
शिक्षा सचिव ने कहा है कि ‘Loss of Time के मानदंड़ के आधार पर कंपेनसेटरी मार्क्स दिए गए हैं। मामला सिर्फ 6 सेंटर्स और 1600 बच्चों का है। कमेटी का जो भी फैसला होगा, वो उन्हीं के लिए लिया जाएगा। अन्य पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।’ हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस से ये भी संकेत दिए गए हैं किअगर नीट परीक्षा फिर से आयोजित होती है तो सभी केंद्रों पर नहीं होगी। ये सिर्फ 6 सेंटर्स के लिए आयोजित की जाएगी।
+ There are no comments
Add yours