देहरादून, 6 फरवरी। विधानसभा सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा के पटल पर समान नागरिक संहिता विधेयक पेश किया। इसकी खुशी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर स्वागत किया।
जयश्री राम और बंदेमातरम के जमकर लगे नारे
प्रदेश पार्टी मुख्यालय में बड़ी संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और शुभकामनाएं दीं। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समर्थन में जमकर नारे लगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि विधानसभा में यूसीसी विधेयक पेश कर धामी सरकार ने इतिहास रच दिया। यूसीसी से राज्य की महिलाओं और बच्चों को समान अधिकार मिलेगा। उन्होंने इसे देवभूमि से एक राष्ट्र एक कानून के शुभारंभ बताया। कहा कि महिला सशक्तीकरण को अधिक प्रभावी करने के लिए देवभूमि से यह सुखद संदेश है।
गलतफहमी और भ्रम फैलाने से बचें लोग
कानूनी समानता के अधिकार जैसे अच्छे काम शुरुआत के लिए देवभूमि से बेहतर स्थान कोई हो नहीं सकता था। उन्होंने कहा कि जो लोग गलतफहमी पैदा करने और भ्रम फैलाने का काम कर रहे थे, उन्हें भी अहसास हो गया होगा कि यह कानून हिंदू-मुस्लिम के वाद-विवाद और बहुसंख्यक अल्पसंख्यक जैसे शब्दों से परे है। इस प्रगतिशील कानून से राज्य के अंदर महिलाओं और बच्चों को भी वे सभी अधिकार मिल जाएंगे। जिनसे उन्हें विगत 75 वर्षों से वंचित रहना पड़ा। इस कानून से उन्हें दिक्कत होने वाली है जो बहु विवाह की मंशा रखते हैं।
‘प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से हमने 2022 में विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता से राज्य में समान नागरिक संहिता UCC कानून लाने का जो संकल्प प्रकट किया था, उसे आज पूरा करने जा रहे हैं। हमारी सरकार ने पूरी जिम्मेदारी के साथ समाज के सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए समान नागरिक संहिता विधेयक विधानसभा में पेश कर दिया है। देवभूमि के लिए वह ऐतिहासिक पल निकट है, जब एक भारत, श्रेष्ठ भारत का मजबूत आधार स्तम्भ बनेगा।’
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड
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