NCERT पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा अब हर वर्ष की जाएगी। इसका दावा सूत्रों की तरफ से किया गया है। जिसमें कहा गया है कि शिक्षा मंत्रालय ने NCERT ने को कहा है कि अब वार्षिक आधार पर पाठ्यपुस्तों की समीक्षा की जाएगी। हालांकि, इस संबंध में एनसीईआरटी का बयान नहीं किया है।
इधर, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने बीते दिनों अपनी स्कूली किताबों के कॉपीराइट उल्लंघन पर कुछ प्रकाशकों को चेतावनी जारी की थी। एनसीईआरटी ने कहा था कि कुछ बेईमान प्रकाशक एनसीईआरटी की वेबसाइट पर उपलब्ध एनसीईआरटी स्कूल की पाठ्यपुस्तकों को एनसीईआरटी से अनुमति लिए बिना अपने नाम से छाप रहे हैं।
एनसीईआरटी स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की एक सलाहकार संस्था है। एनसीईआरटी ने कहा कि स्कूली शिक्षा के सभी चरणों के लिए पाठ्यपुस्तकें तैयार करने और प्रसार के लिए जिम्मेदार एनसीईआरटी को लंबे समय से शैक्षिक शिक्षण और सीखने के संसाधनों का एक अधिकृत भंडार माना जाता है।
इसने कहा कि कोई भी व्यक्ति या संस्था जो व्यावसायिक बिक्री के लिए एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों को पूर्ण या आंशिक रूप से प्रकाशित करती है या एनसीईआरटी से कॉपीराइट की अनुमति प्राप्त किए बिना ऐसे प्रकाशन में एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक सामग्री का उपयोग करती है, उसके खिलाफ कॉपीराइट अधिनियम 1957 के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, एनसीईआरटी के उप सचिव राजेश कुमार ने कहा कि एनसीईआरटी द्वारा डिजाइन और विकसित शैक्षिक सामग्रियों के उपयोग में कॉपीराइट के उल्लंघन पर सलाह को सार्वजनिक सूचना के रूप में जारी किया गया है। हितधारकों से अनुरोध है कि वे एनसीईआरटी द्वारा जारी कॉपीराइट सलाह का अक्षरशः सम्मान करें। एनसीईआरटी द्वारा विकसित शैक्षिक सामग्रियों पर कॉपीराइट उल्लंघन में शामिल न हों।
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