देहरादून, 11 अप्रैल। उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मतदाताओं को डोली की व्यवस्था भी दी जाएगी। इसका लाभ विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को दिया जाएगा। ताकि वह मतदान से वंचित न रह सकें। इसके साथ ही 85 वर्ष से अधिक उम्र वाले और दिव्यांग मतदाताओं को भी उनकी मांग के मुताबिक डोली की सुविधा दी जाएगी। डोली की व्यवस्था उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में लागू होगी।
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को मतदान होना है। राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जन जागरुकता के लिए विशेष अभियान चला रहा है। इसके तहत मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने विभाग को पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले दिव्यांग, बुजुर्ग और गभर्वती महिला मतदाताओं को मतदेय स्थल तक पहुंचाने के लिए डोली की व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ हुई बैठक के बाद स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह ने हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जिलों को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गर्भवती महिला मतदाताओं को मतदेय स्थल तक लाने के लिए डोली की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं और दिव्यांगों को भी यह सुविधा उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक ने सभी सीएमओ को कहा है कि वह डोली सुविधा के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए डोली की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
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