श्रीनगर, 1 मार्च। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर अप्रैल माह में प्रदेश के विभिन्न चिकित्सालयों को 55 चिकित्सक देगा। इंटर्नशिप के बाद एक साल तक जूनियर डॉक्टर के रूप में मेडिकल कॉलेज में सेवाएं देने वाले ऐसे 55 चिकित्सक हैं, जिनकी 31 मार्च को जूनियर रेजीडेंट के रूप में एक साल की सेवा पूर्ण हो जायेगी। 2017 बैच के 55 चिकित्सक पांच साल के बॉन्ड के अनुसार प्रदेश के विभिन्न सीएचसी एवं पीएचसी में अपनी सेवाएं देना शुरू कर देंगे।
31 मार्च को 2018 बैच के 88 डाक्टरों की पूर्ण होगी इंटर्नशिप
इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज से 31 मार्च को 2018 बेच के 88 डॉक्टरों की एक साल इंटर्नशिप पूर्ण हो जायेगी। जिसके बाद 44 अल्मोड़ा तथा 44 श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के रूप में सेवाएं देने के लिए तैनात होंगे। मेडिकल कॉलेज से पास आउट प्रशिक्षित डॉक्टरों की कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत की अध्यक्षता में काउन्सिल सम्पन्न हुई। जिसमें प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के स्पष्ट निर्देश पर अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से पास आउट 44 चिकित्सकों को एनएमसी मानकों को पूर्ण किए जाने के लिए बतौर जूनियर रेजीडेंट भेजा जा रहा है, ताकि आगामी बैच के प्रवेश के लिए अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज को एनएमसी निरीक्षण में किसी तरह की दिक्कत ना हो।
44 जूनियर डाक्टर श्रीनगर में ही रहेंगे
श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से पास 44 जूनियर डॉक्टर रहेंगे। अल्मोड़ा और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में 1 अप्रैल से जूनियर डॉक्टर के तौर पर सेवाएं देने से अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों की कमी भी पूरी हो पायेगी। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सीएमएस रावत ने बताया कि बैच 2017 के 55 डॉक्टर चिकित्सा स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण को भेजे जाएंगे। ये पांच साल के बॉन्ड के अनुसार प्रदेश के विभिन्न चिकित्सालयों में सेवाएं देंगे। सभी 143 चिकित्सक 1 अप्रैल 2024 को अपनी सेवाएं देना प्रारम्भ कर देंगे।
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